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Sunday, April 24, 2011

घर - 4



घर
हैं कहाँ जिनकी हम बात करते हैं
घर की बातें 
सबकी अपनी हैं
घर की बातें
कोई किसी से नहीं करता
जिनकी बातें होती हैं
वे घर नहीं हैं

-सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन "अज्ञेय"


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